महत्वपूर्ण राष्ट्रीय और अन्तर्राष्ट्रीय दिवस मनाने का उद्देश्य है लोगों और मीडिया में उस दिन के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाना। हर साल ऐसे अनेक मनाये जाने वाले अवसर होते हैं जैसे कि विश्व टेलीकम्यूनिकेशन दिवस, विश्व स्वास्थ्य दिवस, विश्व पर्यावरण दिवस, विश्व ओजोन दिवस, विश्व जनसंख्या दिवस, राष्ट्रीय विज्ञान दिवस, राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस, इंजीनियर दिवस आदि। इनको स्कूली बच्चों के लिए लोकप्रिय विज्ञान व्याख्यान, प्रदर्शनियां और अनेक प्रतियोगिता कार्यक्रम आयोजित कर मनाया जाता है।
विज्ञान को सरल बना कर मनोहर बनाया जा सकता है। लोकप्रिय विज्ञान व्याख्यान कार्यक्रमों के पीछे की धारणा यही है, जिसमें प्रतिष्ठित वैज्ञानिकों, जो अच्छे वक्ता भी हैं, को वर्तमान रुचि के विषयों पर विद्यार्थियों के समूह को संबोधित करने के लिए आमंत्रित किया जाता है। नोबेल पुरस्कार विजेता, प्रसिद्ध भारतीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर के वैज्ञानिकों, शिक्षाविदों को इस प्लेटफार्म के जरिए छात्रों के लिए आमंत्रित किया जाता है।
युवाओं को विज्ञान, इंजीनियरिंग और गणित में सक्रिय रुचि लेने के लिए उत्प्रेरित करने के लिए और इन युवाओं को अपनी शोध क्षमताओं एवं सृजनता को पोषित करने के लिए एक प्लेटफार्म प्रदान करने के लिए विज्ञान मेलों का आयोजन किया जाता है। मेलों का एक और उद्देश्य, उन्हें निर्णायकों एवं लोगों के सम्मुख लाकर शैक्षिक अनुभव प्रदान करना, उनमें आत्मविश्वास लाना और उनके काम के लिए जन मान्यता दिलाना है। यह देश के विभिन्न भागों के युवा वैज्ञानिकों को एक साथ लाकर प्रतिस्पर्धा करने, पुरस्कार/अवार्ड प्राप्त करने, भविष्य में अनुसंधान करने के लिए नए संपर्क बनाने, दूसरी संस्कृति के छात्रों के साथ विचारों का आदन प्रदान करने और नए मित्र बनाने का भी प्रयास करते हैं।
केंद्र उत्तरी भारत के हर कोने तक पहुंचने के लिए और इस प्रकार भागीदारी के स्पैक्ट्रम को विस्तार देने के लिए, उत्तरी भारत के राज्यों के शिक्षा संस्थानों और प्राधिकारियों जैसे कि एससीईआरटी, एसआईएसई, केंद्रीय विद्यालय संस्थान, नवोदय विद्यालय संस्थान, सीबीएसई आदि के सहयोग से शहर स्तर, जिला स्तर, और अंततः उत्तरी भारत स्तर पर मेले आयोजित करता है।
संचार के एक माध्यम के रूप में नाटकीय प्रारूप के साथ प्रयोग करने और जांचने के लिए छात्रों, शिक्षकों और अन्य विज्ञान संचारकों को प्रेरित करने के लिए प्रत्येक वर्ष इस कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है। मूल रूप से इसका आयोजन ब्लॉक, जिला, राज्य और फिर जोन स्तर पर होता है। जोन स्तर के विजेताओं को राष्ट्रीय स्तर पर भाग लेने के लिए आमंत्रित किया जाता है। यह विभिन्न राज्यों, भाषाओं और संस्कृति के छात्रों को परस्पर संवाद, आदान प्रदान शिक्षा के इस माध्यम – थियेटर को खोजने का एक अवसर है।
क्या विज्ञान पढ़ना मनोरंजक हो सकता है? उत्तर है हां!!! अगर इसे सरल मनोरंजक तरीके से पढ़ा जाए। विज्ञान शो स्कूल के छात्रों के साथ साथ सामान्य दर्शकों में रुचि उत्पन्न करने के लिए अभिप्रेरित हैं। यहां शो के दौरान, प्रदर्शक किसी विषय पर उत्साहवर्धक प्रयोगों के सैट की व्याख्या और प्रदर्शन करते हैं और प्रयोग से आश्चर्यजनक और मनोरंजक परिणाम प्राप्त होते हैं। अनपेक्षित विज्ञान, सुपर कोल्ड शो, साउंड शो, किचन कैमिस्ट्री और फन विद कैमिस्ट्री जैसे विषयों पर विज्ञान शो दर्शकों द्वारा बेहद पसंद किए गए।क्या विज्ञान पढ़ना मनोरंजक हो सकता है? उत्तर है हां!!! अगर इसे सरल मनोरंजक तरीके से पढ़ा जाए। विज्ञान शो स्कूल के छात्रों के साथ साथ सामान्य दर्शकों में रुचि उत्पन्न करने के लिए अभिप्रेरित हैं। यहां शो के दौरान, प्रदर्शक किसी विषय पर उत्साहवर्धक प्रयोगों के सैट की व्याख्या और प्रदर्शन करते हैं और प्रयोग से आश्चर्यजनक और मनोरंजक परिणाम प्राप्त होते हैं। अनपेक्षित विज्ञान, सुपर कोल्ड शो, साउंड शो, किचन कैमिस्ट्री और फन विद कैमिस्ट्री जैसे विषयों पर विज्ञान शो दर्शकों द्वारा बेहद पसंद किए गए।
यह ऐसा प्लेटफार्म है जहां छात्र अपनी कल्पना, इनोवेटिव एवं सृजनात्मक विचारों को अभिव्यक्त कर सकते हैं और आधुनिक जीवन शैली से उपजी या भविष्य में मानवता के सम्मुख आने वाली समस्याओं के हल सुझा सकते हैं। ये समस्याएं प्रदूषण, घटते प्राकृतिक संसाधनों या भविष्य में भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रमों या सर्न जैसे विशाल अंतरराष्ट्रीय प्रयोगों से संबंधित हो सकती हैं। इस प्रकार विषयों को हर वर्ष को गहन विचार विमर्श के बाद चुना जाता है और यह मौजूदा वैज्ञानिक महत्व का होता है। छात्र छः मिनट तक अपने विचार रखता है और उसके बाद निर्णायकों का पैनल उससे प्रश्न पूछता है।
यह एक अखिल भारतीय कार्यक्रम है। देश के प्रत्येक 29 राज्यों और 7 संघ राज्यों में ब्लॉक स्तर से शुरू होता है और 15000 तक छात्र इसमें भाग लेते हैं। इसमें अंततः 36 विद्यार्थियों, प्रत्येक राज्य/संघ राज्य से एक विद्यार्थी को छांटा जाता है। विजेता अत्यंत आकर्षक नकद पुरस्कार और वस्तु एवं स्कालरशिप लेकर घर जाता है। राज्य स्तर की संगोष्ठियां, संबंधित राज्य के अधिकारियों के साथ मिलकर आयोजित की जाती हैं।
खगोलीय ड्रामे की घटना एक प्राकृतिक क्रियाविधि है जैसे कि चंद्र ग्रहण, सूर्य ग्रहण, शुक्र पारगमन आदि। लेकिन ये क्यों होती हैं और उन्हें कैसे अच्छी तरह देखा जा सकता है, एक शानदार अनुभव है। केंद्र में परिष्कृत अपवर्तक टेलीस्कोप हैं जिनका प्रयोग कर खगोलिकी विशेषज्ञ, छात्रों और आम लोगों के लिए रात को आकाश अवलोकन सत्र आयोजित करते हैं। नक्षत्रों और अन्य खगोलीय पिंडों की पहचान, विशेष घटनाओं जैसे उल्का पिंडों की बरसात और ग्रहण आदि को देखना, इस कार्यक्रम के भाग हैं। यह कार्यक्रम दिल्ली के बाहर भी आयोजित किया जाता है।
कैसे, कब, क्यों और क्या, विज्ञान क्विज के पारंपरिक प्रश्न हैं। लेकिन हर जगह आयोजित किए जाने वाले पारंपरिक क्विज से अलग, केंद्र परस्पर संवाद और सहभागी तरीके से विज्ञान क्विज आयोजित करता है। विद्यार्थियों के समूह के सामने विज्ञान के प्रयोग और प्रदर्शन किए जाते हैं, उनसे प्रयोग के पीछे के वैज्ञानिक कारण बताने की आशा की जाती है।
यह एक वार्शिक घटना है। इसमें दिल्ली के सैकड़ों स्कूल शामिल होते हैं। प्रतियोगिता में प्राथमिक, द्वितीयक, क्वाटर फाइनल, सेमी फाइनल और ग्रैंड फिनाले होते हैं। विगत में प्रतिष्ठित संगठन एनएससीडी के इस आयोजन में भागीदारी रहे हैं।
पिछले अनेक वर्षों में पढ़ाने की विधि में जमीन आसमान का परिवर्तन आया है। हैंड्स-ऑन गतिविधियां, मल्टीमीडिया, स्मार्ट बोर्ड्स आदि शिक्षा देने के आधुनिक तरीके के अनिवार्य अंग बन गए हैं। लेकिन मूल वैज्ञानिक सिद्धांत नहीं बदले हैं। शिक्षक, विद्यार्थियों और विज्ञान शिक्षा के बीच का केंद्र होता है। इसको ध्यान में रखते हुए, केंद्र ने एक शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया क्योंकि अगर शिक्षक प्रशिक्षित है, वह असंख्य दिमागों को जागृत कर सकता है और वैज्ञानिक प्रवृत्ति और वैज्ञानिक पूछताछ की आदत को मन में बैठा सकता है।
शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम, शिक्षक का साधनों, अपरिष्कृत पदार्थों और तकनीकों को समझने के साथ साथ अपनी प्रयोगशाला बनाने के अंतिम लक्ष्य के साथ सस्ते टीचिंग-एड्स विकसित करने के विचार के प्रदर्शन के अवसर को सामने लाता है।
सृजनता एक विलक्षण मानसिक प्रक्रिया है, जिसका परिणाम होते हैं मौलिक एवं नवीन उत्पाद। कार्यक्रम में विद्यार्थियों को अपने इनोवेटिव विचारों को अर्थपूर्ण किट/मॉडल में विकसित करने के लिए संतोषजनक एवं आवश्यक मार्ग दर्शन प्रदान किया जाता है। कैम्प उन सब विद्यार्थियों के लिए नोडल बिंदु है जिनमें बढ़ने और प्रदर्शन करने की इच्छा है, रचनात्मक ढंग से कुछ नया करने की उत्सुकता और वास्तविक लगन है। विद्यार्थियों से टीम में अपने हाथ से काम करने और विचारों को त्रिआयामी आकार देने की भी आशा की जाती है।
केंद्र हर साल मई और जून के महीने में कैम्प आयोजित करता है। वर्षों से, जवाब जबरदस्त रहा है और इसका विस्तार हर साल बढ़ता ही जा रहा है।
गति सिम्युलेटर एक ऐसा यांत्रिक तंत्र है जो एक वास्तविक गति वातावरण में होने वाली क्रियाओं का रोमांचक आभास कराता है। इस सिम्युलेटर में, गति बाहरी दुनिया के दृश्य प्रदर्शन के साथ सिंक्रनाइज़ है। यह गति सिमुलेटर घूर्णीय और रैखिक दोनों तरह से स्वतंत्र रूप से घूम–फिर सकता है जो कि एक विमान या अंतरिक्ष यान की तरह घूमने जैसा एहसास दिलाता है, इसे दर्शकों द्वारा अनुभव किया जा सकता है। यह विमान में होने वाले घूर्णी सिद्धान्त (रोल, पिच, याव roll, pitch, yaw) और स्वतंत्रता के तीन रैखिक डिग्री (लहराना, उतार-चढ़ाव और इधर-उधर झूलने surge, heave, sway) का आभास करता है।
इस सुविधा में बैठने की क्षमता 14 सीटों की है।